- सूर्य मुद्रा शरीर की सूजन मिटाकर उसे हलका बनाती है।
- सूर्य मुद्रा का रोज दो बार 5 से 15 मिनट के लिए अभ्यास करने से शरीर का कोलेस्ट्रॉल घटता है।
- सूर्य मुद्रा का प्रयोग शरीर का वजन कम करने के लिए भी किया जाता है।
- पेट संबंधी रोगों में भी यह मुद्रा लाभदायक है।
- इस मुद्रा को करने से बेचैनी और चिंता कम होकर दिमाग शांत बना रहता है।
मुद्रा करने की विधि :
सूर्य की अँगुली (रिंग फिंगर) को हथेली की ओर मोड़कर उसे अँगूठे के अग्रभाग से स्पर्श कराएँ । बाकी बची तीनों अँगुलियों को सीधा रखें।
कितने समय तक और कब करें :
प्रातः सूर्योदय के समय स्नान आदि से निवृत्त होकर इस मुद्रा को करने से अधिक लाभ होता है |
सांयकाल सूर्यास्त से पहले इस मुद्रा को किया जा सकता है |
प्रारंभ में पांच मिनट से शुरू करके 15 मिनट तक किया जा सकता है |
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