By-Dr.Kailash Dwivedi
हम सभी को बरसात का मौसम अच्छा लगता है | पसीने से तर-बतर कर देने वाली गर्मी के बाद, राहत भरी मानसून की बारिश आती है । काले बादलों के इस मौसम में ठंडी हवा, बारिश की बूंदों के साथ गर्म चाय और पकौड़ों का स्वाद भला किसे अच्छा नहीं लगता | लेकिन दुर्भाग्य से इस नम और उमस भरे मौसम के साथ त्वचा की कई समस्यायें भी उत्पन्न होने लगती है। कवक, जीवाणु और परजीवी के संक्रमण बरसात के मौसम में आम हैं। इनमे से दाद इस मौसम की एक आम शिकायत है।
दाद का घरेलू उपचार :
- शरीर की त्वचा पर कहीं भी चकत्ते हो तो उस पर नींबू के टुकड़े काटकर फिटकरी भरकर रगड़ने से चकत्ते हल्के पड़ जाते हैं और त्वचा निखर उठती है।
- नींबू के टुकड़े को काटकर दाद पर मलने से दाद की खुजली कम हो जाती है और थोड़े ही दिनों में दाद बिल्कुल मिट जाता है। इसको शुरूआत में दाद पर लगाने से कुछ जलन सी महसूस होती है।
- टमाटर खट्टा होता है। इसकी खटाई खून को साफ करती है। नींबू में इसी तरह के गुण होते हैं। रक्तशोधन (खून साफ करना) के लिए टमाटर को अकेले ही खाना चाहिए। रक्तदोष (खून की खराबी) से त्वचा पर जब लाल चकत्ते उठे हों, मुंह की हडि्डयां सूज गई हो, दांतों से खून निकल रहा हो, दाद या बेरी-बेरी रोग हो तो टमाटर का रस दिन में 3-4 बार पीने से लाभ होता है। कुछ सप्ताह तक रोजाना टमाटर का रस पीने से चर्मरोग (त्वचा के रोग) ठीक हो जाते हैं।
- अंजीर का दूध लगाने से दाद मिट जाते हैं।
- पके केले के गूदे में नींबू का रस मिलाकर लगाने से दाद, खाज, खुजली और छाजन आदि रोगों में लाभ होता है।
- दाद, खाज और खुजली में मूंगफली का असली तेल लगाने से आराम आता है।
- सुपारी को पानी के साथ घिसकर लेप करने से उकवत, और चकत्ते आदि रोग दूर हो जाते हैं।
- 1 कप गाजर का रस रोजाना पीने से त्वचा के रोग ठीक हो जाते हैं।
- त्वचा के किसी भी तरह के रोगों में मूली के पत्तों का रस लगाने से लाभ होता है।
- 60 ग्राम नारियल का तेल में 10 ग्राम भाग गंधक को घोंटकर मलहम बना लें | दाद्युक्त स्थान पर इसे लगायें।
- नीम की पत्तियां उबालकर, छानकर लें फिर इसके गुनगुने पानी से दाद वाले स्थान को साफ करे।
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