माइग्रेन एक प्रकार का सिरदर्द है जो दिमाग में नर्व की सूजन से पैदा होती है। कभी-कभी यह लगभग चार घंटे से लेकर 72 घंटे तक बना रहता है। इसमें सिर के पिछले हिस्से में गर्दन के पास से लेकर पूरे सिर में बहुत भंयकर दर्द होता है।
कारण :
लक्षण :
उपचार :
अनुलोम-विलोम प्राणायाम
यह एक चक्र अनुलोम- विलोम प्राणायाम कहलाता है। इस प्राणायाम का अभ्यास कम से कम 11 चक्र कर लें।
घरेलू उपाय :
परहेज़ :
कारण :
- माइग्रेन ट्राईगेमिनल नर्व में न्यूरोकेमिकल के बदलाव और मस्तिष्क के रसायनों में असंतुलन, खासकर सेरोटोनिन के कारण आरंभ होता है।
- तनाव और बेचैनी,संवेदनात्मक उत्तेजना, जैसे-तेज प्रकाश, धूप से आँख चुंधियाना, तेज आवाज, परफ्यूम, बदबू (जैसे-पेंट थिनर और धुआं)।
- प्राकृतिक या हार्मोनल बदलाव, जो खासकर महिलाओं के मामले में होता है, जहां एस्ट्रोजेन हार्मोन का स्तर कम होने पर सिरदर्द होता है।
- सोने-जगने के पैटर्न में अवरोध जैसे-सो नहीं पाना, अत्यधिक सोना आदि।
- मौसम में बदलाव(अत्यधिक गर्मी या ठंडक)
लक्षण :
- माइग्रेन का दर्द 4 से 72 घंटों तक रह सकता है। माइग्रेन का सिरदर्द अलग-अलग लोगों को अलग-अलग सीमा तक हो सकता है |
- साधारण या तीव्र दर्द, जो सिर के एक या दोनों ओर हो सकता है |
- जी मिचलाना. जिससे उल्टी भी हो सकती है |
- फड़कने जैसा दर्द हो सकता है |
- शारीरिक श्रम करने से दर्द बढ जाना |
- आवाज और प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता बढ जाना |
उपचार :
अनुलोम-विलोम प्राणायाम
- किसी भी ध्यानात्मक आसन में बैठ जाएं। कमर व गर्दन को सीधा कर आंखें बंद कर लें।
- अंगूठे से दाएं नासारन्ध्र को बंद कर लें।
- अब बाएं नासारन्ध्र से धीरे-धीरे सांस को बाहर की ओर निकालें। संपूर्ण सांस निकालने के पश्चात सांस को पुन: बाएं नासारन्ध्र से ही भरना प्रारंभ करें।
- अधिक से अधिक सांस भरने के बाद बाएं नासारन्ध्र को अनामिका और कनिष्ठा अंगुलियों से बंद कर लें व अंगूठे को दाएं नासारन्ध्र से हटाकर दाईं नासिका से सांस धीरे-धीरे बाहर निकालें।
- पूरा सांस बाहर निकल जाने के बाद दाएं नासारन्ध्र से ही सांस भरना प्रारंभ करें और पूरा सांस भर जाने के पश्चात दाएं नासारन्ध्र को अंगूठे से बंद कर श्वास को बाएं नासारन्ध्र से अंगुलियां हटाकर धीरे-धीरे बाहर निकाल दें।
यह एक चक्र अनुलोम- विलोम प्राणायाम कहलाता है। इस प्राणायाम का अभ्यास कम से कम 11 चक्र कर लें।
घरेलू उपाय :
- सर दर्द शुरू होते ही जीभ की नोक पर एक चुटकी नमक रख लें आधा मिनट बाद पानी पी लें सर दर्द गायब हो जायगा।
- हरी पत्तेदार सब्जियों और वैजिटेबल जूस जैसे गाजर, पालक, खीरा लें । मौसमी फल व सब्जियाँ खायें।
- माइग्रेन सिर दर्द होने पर आराम करने की सख्त जरूरत है। रोशनी और आवाज से दूर रहें। आंख बंद करके सोने की कोशिश करें।
- माइग्रेन सिर दर्द में अदरक बहुत फायदेमंद है। अदरक के सेवन से मिचली और उल्टी आना बंद हो जायेगी।
- दालचीनी को पीसकर इसका लेप माथे पर लगायें इससे दर्द से तुरंत आराम मिलेगा।
- बर्फ या ठंडे पानी की पट्टी सिर पर रखें। इससे जो रक्त धमनियां फैल गयी हैं, वे फिर से अपनी पूर्व स्थिति पर
- वापस आ जायेगी।
- दालचीनी को पाउडर बनाकर दिन में चार बार ठंडे पानी के साथ खाने से भी आराम मिलेगा।
- कम से कम 6-8 घंटे की गहरी नींद जरूर ले।
परहेज़ :
- तेज़ इत्र या पर्फ्यूम ना लगाए।
- दबाव या स्ट्रेदस से दूर रहे।
- उपवास न करें, और ना ही ऐसा भोजन करें जिसमें वसा हो।
- तेज रोशनी एवं तेज शोर से दूर रहे।
- धूप में या फिर ठंडक में घर से बाहर न निकलें।
- आंखों पर ज्यादा जोर न डालें।
- अचार व डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ न खाएं।
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