विश्राम न करने के दुष्परिणाम :
- विश्राम न करने से शरीर में विभिन्न रोग उत्पन्न होने लगते है जैसे- पेट के रोग, हृदय रोग तथा अन्य आंतरिक गड़बड़ियां।
- विश्राम के अभाव में सिर दर्द, सिर में भारीपन, एकाग्रता की कमी जैसे लक्षण उत्पन्न हो जाते हैं।
- विश्राम न करने के फलस्वरूप चेहरे की सुन्दरता नष्ट होने लगती है, त्वचा पर काले धब्बे पड़ने लगते हैं, इससे शरीर जल्दी थक जाता है,एवं क्रोध,चिड़चिड़ापन आलस्य जैसे लक्षण उत्पन्न होने लगते हैं।
विश्राम को दिनचर्या में इस प्रकार शामिल करें :
- देर रात तक कार्य न करें, हर हालत में रात्रि 11 बजे तक सो जाएँ |
- अच्छी नींद के लिए सोने से 2 घंटे पहले भोजन कर लें |
- हमेशा शाकाहारी एवं संतुलित भोजन करें |
- नशीले पदार्थ जैसे – शराब,तम्बाखू,गुटखा,सिगरेट,चाय,काफी,का सेवन न करें |
- सोने से पहले हिंसक या उत्तेजक फिल्में आदि न देखें ।
- विश्राम में शारीरिक अवस्था का विशेष महत्व है, शरीर को स्वच्छ रखें। दिन में कम से कम एक बार ताज़े पानी से अवश्य नहाए। सोने से पहले हाथ-पैरों को स्वच्छ पानी से धोकर ही बिस्तर पर जाएं तथा सोने से पूर्व ईश्वर का ध्यान अवश्य करें।
- सोने से पूर्व अपने दिन भर की सभी मानसिक परेशानियों को भूल जाएं।
- सोने से 10 से 15 मिनट पहले बिस्तर पर बैठकर अपने कल करने वाले कार्यों को एक कागज पर लिख लें और फिर उसे बार-बार पढ़ें। साथ ही कल किये जाने वाले कार्यों की योजना अपने मन में बनाएं।
- विश्राम के लिए अपने प्रत्येक कार्य का समय निश्चित करें, जैसे – निश्चित समय पर सोना और उठना, निश्चित समय पर भोजन करना इत्यादि |
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