Friday, July 17

अवसाद दूर करने की योगिक विधि – ब्रह्म मुद्रा

बदलती जीवनशैली, तनावमुक्त वातावरण और प्रदूषित पर्यावरण की वजह से भी अवसाद के मामले निरंतर बढ़ रहे हैं। योग में अवसाद के उपचार के लिए ब्रह्म मुद्रा आसन बहुत कारगर योगासन है। इसके नियमित अभ्यास से आपको न सिर्फ अवसाद से मुक्ति मिलती है बल्कि कई मानसिक व शारीरिक समस्याओं का भी निदान होता है।

ब्रह्म मुद्रा करने की विधि :


  • पद्मासन,वज्रासन,सिद्धासन या पालथी लगाकर बैठ जाएँ

  • गर्दन सीधी रखते हुए धीरे-धीरे दाईं ओर ले जाएं। कुछ देर रुकें और फिर गर्दन को सीधे बाईं ओर ले जाएं।

  • कुछ सेकंड बाद पुनः दाईं ओर सिर घुमाएं। अब सिर को 3-4 बार क्लॉकवाइज (घडी की सुई की दिशा में) और उतनी ही बार एंटी क्लॉकवाइज घुमाएं।



ब्रह्म मुद्रा के अन्य लाभ


  1. इस आसन को करने से अवसाद व तनाव तो दूर होता है ही, साथ ही मूड फ्रेश रहता है।

  2. इसके नियमित अभ्यास से गर्दन की मांसपेशियां लचीली होती हैं और स्पों‌डिलाइटिस नहीं होता।

  3. इससे आलस्य भी कम होता जाता है और बदलते मौसम के सर्दी-जुकाम और खाँसी से छुटकारा भी मिलता है।

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