Tuesday, February 28

शरीर और मन में स्फूर्ति लाना है तो करें - वृक्षासन



By- Dr.Kailash Dwivedi 

विधि :

  1. जमीन पर सीधे खड़े हो जाएँ |

  2. बाएं पैर को जमीन पर स्थिर करते हुए दाहिने पैर को घुटने से मोड़ लें |

  3. अब दाहिने  पैर के तलवे को बाईं जंघा के अन्दर वाले भाग पर इस तरह टिकायें कि पैर की एड़ी गुदाद्वार व जननेंद्रिय के बीच आ जाये |

  4. हाथों को सिर के ऊपर उठाते हुए सीधाकर दोनों हथेलियों को मिला दें अथवा नमस्कार मुद्रा में छाती के सामने जोड़कर रखें |

  5. संतुलन बनाने के लिए अपना पूरा ध्यान भूमि पर टिके पैर पर रखें एवं दृष्टि किसी बिंदु पर केन्द्रित कर दें |

  6. आराम से जितनी देर इस  स्थिति में संतुलन बनाकर रह सकते हैं सुविधानुसार उतने समय तक रहें तत्पश्चात इसी क्रम को दूसरे पैर से दोहराएँ |

  7. वृक्षासन को प्रत्येक पैर से से दो या तीन बार किया जा सकता है |

लाभ :

  •  वृक्षासन करने से न सिर्फ मन एवं शरीर संतुलित होता है बल्कि इससे शरीर में स्फूर्ति का संचार भी होता है |

  • यह आसन पैरों को स्थिरता प्रदान करता है तथा घुटनों को शक्ति देता है।

  • वृक्षासन के अभ्यास से मन की चंचलता दूर होकर एकाग्रता बढती है एवं स्मृति शक्ति विकसित होती है |

  • इस आसन के अभ्यास से शारीरिक तथा मानसिक तनाव दूर होता है |

  • यह आसन बेडौल नितम्बों को सुडौल बनाने में अत्यंत सहायक है |
loading...

No comments:

Post a Comment