By- Dr. Kailash Dwivedi
उर्ध्व हस्तोत्तानासन :
खड़े होकर पैरों को थोड़ा खोलें। हाथों की उंगलियों को फंसाकर सिर के ऊपर उठा लें। श्वास निकालें और कमर को लेफ्ट साइड में झुका लें। दाहिनी ओर से भी इसी प्रकार करें। दोनों साइड से 10-10 बार करें |उत्तानपादासन :
कमर के बल लेटकर हाथों को जंघाओं के नीचे जमीन पर रखें। श्वास भरते हुए दोनों पैरों को 90 डिग्री तक ऊपर उठाएं एवं श्वास छोड़ते हुए वापस नीचे लायें। इस प्रकार जमीन पर बिना टिकाए बार-बार पैरों को ऊपर-नीचे करते रहें। कमर दर्द वाले इसे न करें।हृदय स्तंभासन :
कमर के बल लेटकर हाथों को जंघाओं के ऊपर रखें। सांस भरकर पैरों को उठाएं। सिर और कमर को उठाएं। इस दौरान शरीर का भार हिप्स पर रहेगा।द्विपाद साइकलिंग :
कमर के बल लेटे-लेटे ही दोनों पैरों को मिलाकर एक साथ साइकलिंग की तरह घुमाएं। थकान होने तक लगातार घुमाते रहें। हाथों को कमर के नीचे रखें।कपालभाति :
सांस को तेजी से नाक से बाहर फेंकें, जिससे पेट अंदर जाएगा। 5-10 मिनट करें। हाई बीपी वाले धीरे-धीरे करें और कमर दर्द वाले कुर्सी पर बैठकर करें।अग्निसार :
खड़े होकर पैरों को थोड़ा खोलकर हाथों को जंघाओं पर रखें। सांस को बाहर रोक दें। फिर पेट की पंपिंग करें यानी पेट अंदर खींचें, फिर छोड़ें। स्लिप डिस्क, हाई बीपी या पेट का ऑपरेशन करा चुके लोग इसे न करें।
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