By- Dr. Kailash Dwivedi
जेट्रोफा की जड़ से एक महीन लाल रंगने वाला पदार्थ मिलता है जिसका प्रयोग खाने,पीने की चीज़ों को लाल रंगने के लिए होता है, भारत के रोग़न जोश व्यंजन की तरी का लाल रंग अक्सर इसी से बनाया जाता है। इसके अलावा दवाईयों, तेलों, शराब, इत्याद में भी इसके लाल रंग का इस्तेमाल होता है। इसे रतनजोत भी कहते हैं परन्तु वास्तव में 'रतनजोत' नाम इस पौधे की जड़ से निकलने वाले रंग का है | जेट्रोफा से बायो डीजल बनता है | चिकित्सकीय दृष्टि से यह कई रोगों की रामबाण औषधि है। इस लेख में पढ़िए सफ़ेद बालों को प्राकृतिक रूप से काला करने का एक बेहद असरकारी प्रयोग |
आवश्यक सामग्री :
रतनजोत की ताज़ी जड़ : 100 ग्राममेंहदी के पत्ते : 100 ग्राम
जलभांगर के पत्ते : 100 ग्राम
आम की गुठलियां : 100 ग्राम
सरसों का तेल : 1 किलोग्राम
बनाने की विधि :
उपर्युक्त सभी सामग्री (सरसों के तेल को छोडकर) आपस में मिलाकर कूट लें | जब यह अच्छे से कुट जाये तो इसे निचोड़ लें | तत्पश्चात इस रस को 1 किलो सरसों के तेल में इतना उबाल ले कि इसका पानी खत्म हो जाये और केवल तेल बचे | ठंडा होने पर इसे छानकर कांच की शीशी में भरकर रख लें | इस तेल को प्रतिदिन सिर पर लगाने से बाल काले हो जाते है |
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