Friday, March 6

रखें पेट की सेहत का ध्यान


हमारा स्वास्थ्य सर्वाधिक पेट के स्वास्थ्य पर निर्भर है | पेट खराब होने से विभिन्न रोगों की आशंका काफी बढ़ जाती है। आजकल की व्यस्त जीवनशैली में हमे यह ध्यान ही नहीं रहता कि हम अपने खानपान में जो ले रहे हैं वह स्वास्थ्य की दृष्टि से ठीक है भी या नहीं। हम कई बार स्वाद के चक्कर में तो कई बार मजबूरी में ऐसे खाद्यों को खा लेते हैं, जोकि स्वास्थ्य के लिहाज से ठीक नही होते हैंइन कारणों से पाचन तंत्र का संतुलन बिगड़ जाता है | इसलिए ध्यान रखें, यदि पेट स्वस्थ रहेगा, तभी शरीर स्वस्थ रहेगा। पेट खराब होने से निम्न परेशानियाँ उत्पन्न हो जाती हैं |
·       यदि पाचन तंत्र सही तरह से काम न करे और खाना ठीक से न पचे तो कई बार गैस की समस्या पैदा हो जाती है, जो कई तरह की परेशानियों को जन्म देती है। सही तरह से खाना न पचने से आपका पाचन तंत्र बिगड़ जाता है, जिससे शरीर को जरूरी पोषण भी नहीं मिल पाता है।
·       कब्ज एक बड़ी समस्या है, जिसका हमारी पाचन क्रिया पर सीधा असर पड़ता है।
·       पेट खराब होने का असर सबसे ज्यादा हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता अनेक बीमारियों का कारण बनती चली जाती है।
·       पेट खराब होने पर छोटी आंत में मौजूद बैक्टीरिया शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा देते हैं। इससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
·       आंतों में खराब बैक्टीरिया जमा होने के कारण शरीर में पोषक तत्व ठीक से अवशोषित नहीं हो पाते। ऐसे में वजन घटने लगता है।
·       यदि पेट में समस्या बनी रहती है तो इसका असर हमारी त्वचा पर दिखने लगता है। खुजली और मुहांसे जैसी समस्या ऐसे में आम हो जाती हैं।

पेट को स्वस्थ्य रखने के लिए इन्हे अपनाएं –

तरल पदार्थों की मात्रा बढ़ाएँ
शरीर में पानी की कमी से अक्सर पेट खराब हो जाता है । ऐसे में भरपूर पानी पीएं अथवा आप फलों का जूस और सब्जियों का रस भी ले सकते हैं। आप चाहें तो नीबू पानी, नमक-चीनी का घोल या फिर नारियल पानी ले सकते हैं। 
साबुत अनाज खाएं 
साबुत अनाज में फाइबर, विटामिन, मिनरल्स और पानी की अधिकता होती है। इसलिए इनके सेवन से पेट का स्वास्थ्य ठीक रहता है। अंकुरित अन्न के माध्यम से यह हमे आसानी से प्राप्त हो सकते हैं |
पेट रोगों मे दही का सेवन है लाभकारी
पेट दर्द में दही का इस्तेमाल काफी फायदेमंद रहता है। दही में मौजूद बैक्टीरिया संतुलन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे पेट जल्दी ठीक होता है। ये पेट को ठंडा भी रखता है।
जीरा
जीरा दस्त में काफी फायदेमंद है । यदि लगातार दस्त हो रहे हों तो एक चम्मच जीरा चबा लें। जीरा चबाकर पानी पी लेने से दस्त बहुत जल्दी ठीक हो जाते हैं।
पुदीना
पुदीना पेट से जुड़ी समस्याओं मे एक बेहद असरदार हर्ब है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सिडेंट्स पाचन क्रिया को सुधारने में भी सहायक होते हैं।
बेल का शरबत
बेल फाइबर से युक्त होता है। इससे बना शरबत भी काफी गाढ़ा और फाइबर युक्त होता है। फाइबर पेट को बांधने का काम करता है, जिससे दस्त जल्दी ठीक हो जाते हैं।
सेब का सिरका
सेब के सिरके में पेक्टिन की पर्याप्त मात्रा होती है, जिससे पेट दर्द और मरोड़ में राहत मिलती है। एक चम्मच सिरके को एक गिलास पानी में मिलाकर पीने से जल्दी आराम होता है।
अदरक
अदरक में एंटीफंगल और एंटी-बैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं, जो पेट दर्द में राहत देते हैं। एक चम्मच अदरक का रस काफी फायदेमंद साबित होता है।

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