By- Dr.Kailash Dwivedi
जुकाम में लाभकारी-अग्नि मुद्रा
लाभ :
विधि :
अग्नि मुद्रा बहुत ही आसान मुद्रा है। इसे बनाने के लिए अंगूठों के आगे के भाग (अग्रभाग) को मिलाएं और
बाकी की सभी अंगुलियाँ सीधी रखें। हथेलियां नीचे की ओर रहें।
कितने समय तक करें
अग्नि मुद्रा को दिन में 3-4 बार 15-15 मिनटों के लिए कर सकते हैं।
जुकाम में लाभकारी-अग्नि मुद्रा
लाभ :
- अग्निमुद्रा को करने से बलगम, खांसी, पुराना जुकाम, नजला, सांस का रोग, ज्यादा ठंड लगना तथा निमोनिया आदि रोग दूर हो जाते हैं l
- इससे शरीर में अग्नि की मात्रा तेज हो जाती है।
विधि :
अग्नि मुद्रा बहुत ही आसान मुद्रा है। इसे बनाने के लिए अंगूठों के आगे के भाग (अग्रभाग) को मिलाएं और
बाकी की सभी अंगुलियाँ सीधी रखें। हथेलियां नीचे की ओर रहें।
कितने समय तक करें
अग्नि मुद्रा को दिन में 3-4 बार 15-15 मिनटों के लिए कर सकते हैं।
ज्यादा छींक आना जैसे रोग को दूर करे ; अदिती मुद्रा
लाभ
इस मुद्रा को करने से हर समय उबासी आना, ज्यादा छींक आना जैसे रोगों को दूर किया जा सकता है।
विधि -
अंगूठे के आगे के भाग को अनामिका (छोटी उंगली के साथ वाली उंगली) उंगली की जड़ में टेढ़ा लगाने से अदिती मुद्रा बन जाती है।
कितने समय तक करें
अदिती मुद्रा को दिन में 3-4 बार 15-15 मिनटों के लिए कर सकते हैं।
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