Wednesday, February 1

जानिए, सिर दर्द दूर करने की एक चमत्कारिक विधि !



प्रथम स्थिति :

अपने दाहिने हाथ को कन्धे के बराबर सीध में उठाते हुए हाथ को कोहनी से मोड़कर हथेली को दाहिनी कनपटी (कान के आगे मस्तक के दाहिने साइड में) पर जमायें | श्वास को अन्दर भरते हुए दाहिनी कनपटी पर हथेली का दबाब बायीं ओर बनायें एवं सिर से दाहिनी ओर दबाब बनायें | अर्थात हथेली के दबाब के विपरीत दिशा में सिर से जोर लगायें | जब तक आराम से श्वास को अन्दर रोक सकते हों इसी प्रकार दबाब बनाकर रखें, तत्पश्चात श्वास को बाहर छोड़कर दबाब हटा लें | इस प्रक्रिया को पांच बार दोहराएँ | ध्यान रहे कि हथेली एवं सिर का एक-दूसरे के विपरीत इतना दबाब बनाना है कि सिर में एक एक प्रकार का कम्पन उत्पन्न हो जाये |



दूसरी स्थिति :

अब अपने बाएं हाथ को कन्धे के बराबर सीध में उठाते हुए हाथ को कोहनी से मोड़कर हथेली को बायीं कनपटी (कान के आगे मस्तक के बाएं साइड में) पर जमायें | श्वास को अन्दर भरते हुए बायीं कनपटी पर हथेली का दबाब दाहिनी ओर बनायें एवं सिर से दाहिनी ओर से बायीं ओर दबाब बनायें | अर्थात प्रथम स्थिति की तरह हथेली के दबाब के विपरीत दिशा में सिर से जोर लगायें | जब तक आराम से श्वास को अन्दर रोक सकते हों इसी प्रकार दबाब बनाकर रखें, तत्पश्चात श्वास को बाहर छोड़कर दबाब हटा लें | इस प्रक्रिया को पांच बार दोहराएँ | ध्यान रहे कि हथेली एवं सिर का एक-दूसरे के विपरीत इतना दबाब बनाना है कि सिर में एक एक प्रकार का कम्पन उत्पन्न हो जाये |





तीसरी स्थिति :

अपने दोनों हाथों की ऊँगलियो को आपस में फंसाकर हाथों को कन्धों के बराबर सीध में उठाते हुए हथेलियों को मस्तक पर जमायें | श्वास को अन्दर भरते हुए मस्तक पर हथेलियों का दबाब पीछे की ओर बनायें एवं सिर से आगे की तरफ दबाब बनायें | जब तक आराम से श्वास को अन्दर रोक सकते हों इसी प्रकार दबाब बनाकर रखें, तत्पश्चात श्वास को बाहर छोड़कर दबाब हटा लें | इस प्रक्रिया को पांच बार दोहराएँ | इसमें भी ध्यान रहे कि हथेली एवं सिर का एक-दूसरे के विपरीत इतना दबाब बनाना है कि सिर में एक एक प्रकार का कम्पन उत्पन्न हो जाये |



चौथी स्थिति :

तीसरी स्थिति की तरह से अपने दोनों हाथों की ऊँगलियो को आपस में फंसाकर हाथों को सिर के उपर उठाते हुए हथेलियों को सिर के पीछे जमायें | श्वास को अन्दर भरते हुए हथेलियों का दबाब पीछे से आगे की तरफ बनायें एवं सिर से पीछे की तरफ दबाब बनायें | जब तक आराम से श्वास को अन्दर रोक सकते हों इसी प्रकार दबाब बनाकर रखें, तत्पश्चात श्वास को बाहर छोड़कर दबाब हटा लें | इस प्रक्रिया को पांच बार दोहराएँ | इसमें भी ध्यान रहे कि हथेली एवं सिर का एक-दूसरे के विपरीत इतना दबाब बनाना है कि सिर में एक एक प्रकार का कम्पन उत्पन्न हो जाये |

loading...

No comments:

Post a Comment