वर्तमान में पूरी दुनिया में लगभग 20 प्रतिशत युवा हाई ब्लडप्रेशर रोग से ग्रस्त हैं | हाई ब्लडप्रेशर रोग को साइलेंट किलर की संज्ञा दी गयी है क्योंकि प्रारंभ में इस रोग के लक्षण प्रायः दिखाई नहीं देने के कारण अधिकांश रोगी इस रोग की उपस्थिति से अनभिज्ञ रहते हैं | रक्तवाहिनियों के अन्दर की दीवाल पर किसी एक भाग के प्रति प्रयोग किये गए बल को रक्तचाप या ब्लड प्रेशर कहते हैं | ब्लडप्रेशर को मापने की इकाई पारा मिलीमीटर (mmHg) होती है | एक वयस्क व्यक्ति का सामान्य ब्लडप्रेशर 100/60 से 130/80 mmHg के बीच होता है | यदि यह दबाब लगातार 140/90 से अधिक बना रहे तो इस स्थिति को हाई ब्लडप्रेशर की स्थिति मानना चाहिए |
हाई ब्लडप्रेशर के कारण :
परिवर्तनीय कारक
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मानसिक दबाव एवं तनाव, व्यायाम की कमी, धुम्रपान, मधुमेह
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अपरिवर्तनीय कारक
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अनुवांशिक, आयु
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जटिल कारक
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हाई ब्लडप्रेशर दूर करने वाले योग :
षट्कर्म
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जलनेति एवं सूत्रनेति
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योग आसन
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ताड़ासन, कटिचक्रासन, उर्ध्वहस्तोतानासन, भुजंगासन, शलभासन, पवनमुक्तासन एवं शिथिलीकरण
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प्राणायाम
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नाड़ीशोधन, चंद्रानुलोम विलोम, चन्द्र भेदन प्राणायाम, शीतली, सीत्कारी, भ्रामरी एवं उद्गीत
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हाई ब्लडप्रेशर की प्राकृतिक चिकित्सा :
रोगी को नियमित सादा शाकाहारी भोजन, कभी-कभी उपवास, माथे एवं रीढ़ पर बर्फ की मालिश, न्यूट्रल पूर्ण टब स्नान, ठंडी रीढ़ फुहार, मिटटी स्नान, ह्रदय के विपरीत दिशा में मालिश करनी चाहिए |
हाई ब्लडप्रेशर के रोगी की दिनचर्या :
प्रातः 5.00 से 6.00 बजे
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उषापान (खाली पेट 2 गिलास पानी) तत्पश्चात नित्यकर्म से निवृत्त होकर बताये गए आसन, प्राणायाम, शिथिलीकरण एवं ध्यान
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प्रातः 8.00 बजे – नाश्ता
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मौसमी फल जैसे सेब, नाशपाती, चीकू, अमरुद, केला, पालक का सूप, रागी का दलिया, चुकंदर का रस/ जौ का रस/ केले के तने का रस/ अंगूर का रस
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प्रातः 9.00 बजे
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एनिमा, सिर व गर्दन पर बर्फ की मालिश, न्यूट्रल वाटर एफ्युजन
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मध्याहन 11.00 – 12.00 बजे भोजन
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चोकर सहित आटे की रोटी/ बाजरे की रोटी/ कन वाला चावल + आंवला व धनिया की चटनी + उबली हुई सब्जी (कम तेल मसाले की) + मूंग की दाल
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सायं 3.00 से 4.00 बजे
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प्रातः की भांति मौसमी फल/ प्राकृतिक चाय
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सायं 6.00 से 7.00 बजे भोजन
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चोकर वाले आटे/ रागी/ बाजरे की रोटी + उबली हुई सब्जी (कम तेल मसाले की) + गेहूं का दलिया + हरी सब्जियों का सूप
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कम करें
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नमक, तले हुए पदार्थ, दालें, कार्बोहाइड्रेटस, चाय
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परहेज
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मैदा, आलू, हाइड्रोजनीकृत तेल, ठंडे पेय, आइसक्रीम, चीनी, मिठाई, मलाई वाला दूध, कॉफ़ी, धुम्रपान, तम्बाकू, शराब
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विशेष सलाह
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पूरे दिन में प्रति दो घंटे पर लगभग 300-400 मिली. पानी अवश्य पियें
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