By- Dr. Kailash Dwivedi
क्या है सियाटिका दर्द :
इसमें कमर से ले कर पैर की नस तक असहनीय दर्द होता है | इस नस को सियाटिक नर्व कहते हैं। साइटिका का दर्द हिप जॉइंट के पीछे से प्रारंभ होकर, धीरे धीरे तीव्र होता हुआ, कमर से पैर के अँगूठे तक फैल जाता है। घुटने और टखने के पीछे दर्द ज्यादा होता है एवं पैर में सुन्नपन (numbness) भी शुरू हो जाता है। रोग के प्रारंभ में असहनीय दर्द होता है। रोग पुराना होने पर पैर में क्षीणता और सिकुड़न उत्पन्न होने लगती है।इसे गृध्रसी एवं अर्कुलनिशा नाम से भी जाना जाता है |रोग का कारण :
- सियाटिक नर्व में सूजन
- सियाटिक नर्व में सर्दी लगने से या अधिक चलने से
- कब्ज
- गर्भ, अर्बुद (Tumour) तथा मेरुदंड (spine) की विकृतियाँ, इनमें से किसी का दबाव तंत्रिका या तंत्रिकामूलों पर पड़ने से भी यह रोग उत्पन्न होता है।
घरेलू उपचार :
लहसुन का अर्क दूध में मिलाकर पीने से सियाटिक नर्व में आई हुई सूजन में कमी आती है और दर्द में आराम मिल जाता है ।बनाने की विधि :
आवश्यक सामग्री :
- लहसुन की कलियां : 5
- दूध : 250 ml.
सेवन विधि :
इस दूध को प्रतिदिन प्रातः 250 ml. की मात्रा में पियें।
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